सोशल मीडिया और व्हाट्सऐप पर हाल ही में चल रही ख़बरों में दावा किया जा रहा है कि RBI ने ₹500 का नोट बंद करने या ATM से निकलना रोकने की गाइडलाइन जारी कर दी है। ऐसे दावों से आम लोगों में जिज्ञासा और चिंता दोनों बढ़ी हैं — लेकिन क्या यह खबर सही है? नीचे हमने सबसे अहम तथ्यों के साथ पूरी सच्चाई संक्षेप में दी है।
तथ्य क्या कहते हैं?
- सरकार और वित्त मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि ₹500 नोट के बंद होने का कोई प्रस्ताव वर्तमान में नहीं है।
- PIB Fact Check और मीडिया फैक्ट-चेकर रिपोर्ट्स ने इन वायरल दावों को फेक बताया है — यानी ऐसे निर्देश जारी नहीं हुए हैं।
- RBI ने पिछले वर्षों में नोटों के डिजाइन और साइज सम्बन्धी प्रेस रिलीज़ जारी किए हैं, परन्तु इसका मतलब नोट का अवैध कर देना नहीं होता। ₹500 अभी भी वैध कानूनी नोट है।
क्यों फैलती हैं ऐसी अफवाहें?
पुराने समाचार, सोशल मीडिया वीडियो और अनिर्दिष्ट ‘सूत्र’ मिलकर अफवाहें उत्पन्न करते हैं। कभी-कभी संसद में पूछे गए प्रश्नों या प्रायोगिक सुझावों को थर्मल रूप में पेश कर दिया जाता है, जिससे भ्रम बढ़ता है।
आपको क्या करना चाहिए? (What You Should Do)
- अलार्म या अफवाह पर भरोसा न करें — पहले आधिकारिक स्रोत देखें (RBI, PIB, वित्त मंत्रालय)।
- यदि किसी बैंक/ATM में लेकर समस्याएँ हों, तो अपने बैंक की आधिकारिक वेबसाइट या कस्टमर केयर से संपर्क करें।
- निजी तौर पर नोट बदलने या एक्सचेंज करने के लिए अज्ञात सुझावों पर अमल न करें — केवल बैंक शाखा में जाएँ।
तेज़ संदर्भ तालिका (Quick Facts)
| दावा | वास्तविकता |
|---|---|
| RBI ने ₹500 नोट बंद कर दिए | नहीं — कोई आधिकारिक निर्देश नहीं जारी हुआ। |
| ATMs में ₹500 नोट नहीं मिलेंगे | वायरल दावे फर्जी — ATMs में नोट उपलब्धता बैंक नीति पर निर्भर करती है। |
| ₹500 नोट अब अवैध हैं | नहीं — ₹500 नोट वैध कानूनी मुद्रा बनी हुई है। |
निष्कर्ष
वर्तमान में उपलब्ध आधिकारिक जानकारी के अनुसार ₹500 नोट को बंद करने या तत्काल वापस लेने जैसी कोई गाइडलाइन जारी नहीं की गई है। गलत सूचनाएँ फैलती रहती हैं — इसलिए हमेशा RBI/PIB/वित्त मंत्रालय जैसे आधिकारिक चैनलों से पुष्टि करें और अफवाहों पर भरोसा न करें।
आपको ध्यान रखना है की किसी भी गलत खबर पर ध्यान न दे कौनसी खबर सच्ची है कौनसी झूटी जरूर पहले उसके बारे में पढ़िए पहर विश्वास कीजिये